ऑपरेशन सिंदूर में महिला शक्ति का जलवा: कर्नल sophia qureshi और wing commander vyomika singh ने रचा इतिहास

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Sophia Qureshi

महिला शक्ति का बढ़ता प्रभाव


Sophia Qureshi: ऑपरेशन सिंदूर भारत के रणनीतिक इतिहास में एक महत्वपूर्ण अध्याय बन गया है। लेकिन इस बार चर्चा का केंद्र दो महिला अधिकारी रहीं — कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह, जिन्होंने प्रेस ब्रीफिंग में विदेशी सचिव विक्रम मिस्री के साथ देश को संबोधित किया।

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कर्नल sophia qureshi: भारतीय सेना की मिसाल

Force 18 की कमान संभालने वाली पहली महिला
मार्च 2016 में कर्नल सोफिया कुरैशी ने ‘Exercise Force 18’ के तहत भारत का प्रतिनिधित्व किया। यह अब तक का सबसे बड़ा बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास था, जिसमें 18 देशों की सेनाओं ने भाग लिया।

शांति मिशन में अनुभव
कर्नल सोफिया ने 2006 में कांगो में संयुक्त राष्ट्र की शांति सेना के लिए सैन्य पर्यवेक्षक के रूप में काम किया था। 2010 से वह लगातार शांति अभियानों और मानवीय सहायता अभियानों में योगदान दे रही हैं।

सैन्य परंपरा की वारिस
सेना उनके लिए केवल पेशा नहीं, बल्कि विरासत है। उनके दादा सेना में थे और उनके पति भी एक सैन्य अधिकारी हैं।

wing commander vyomika singh: भारतीय वायुसेना की उभरती नेता

ऑपरेशन सिंदूर में प्रमुख भूमिका
हालांकि उनकी सेवा प्रोफाइल अभी तक सामने नहीं आई है, लेकिन इस हाई-प्रोफाइल प्रेस ब्रीफिंग में उनकी मौजूदगी उनके रणनीतिक महत्व को दर्शाती है। उनके कंधों पर ऑपरेशन सिंदूर के एयर कॉम्बैट पक्ष की जिम्मेदारी का संकेत भी मिलता है।

ऑपरेशन सिंदूर और महिलाओं की भूमिका

निर्णायक मंच पर महिला नेतृत्व
किसी सैन्य ऑपरेशन की प्रेस ब्रीफिंग में पहली बार दो महिला अधिकारियों की उपस्थिति भारतीय सेना के बदलते स्वरूप को दर्शाती है। यह इस बात का प्रमाण है कि अब महिलाएं सिर्फ बैकएंड सपोर्ट तक सीमित नहीं, बल्कि रणनीतिक और निर्णायक मंचों पर भी नेतृत्व कर रही हैं।

भारतीय सेना में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी
पिछले कुछ वर्षों में भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना में महिलाओं की भागीदारी तेजी से बढ़ी है। महिला अधिकारियों को अब स्थायी कमीशन, कॉम्बैट रोल और नेतृत्व पदों पर नियुक्त किया जा रहा है।

निष्कर्ष: महिलाओं की शक्ति अब सिर्फ प्रतीक नहीं, रणनीति का हिस्सा है

कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने यह स्पष्ट कर दिया है कि भारतीय सशस्त्र बलों में महिलाएं केवल उपस्थित नहीं हैं — वे निर्णायक भूमिका निभा रही हैं। ऑपरेशन सिंदूर में उनकी सहभागिता हर उस युवा को प्रेरित करती है जो देश सेवा का सपना देखता है।

🗨️ आपके विचार?
क्या आप मानते हैं कि महिलाओं को सैन्य ऑपरेशनों में और बड़ी भूमिका दी जानी चाहिए? कमेंट करके अपनी राय ज़रूर बताएं।

Faqs:

  1. ऑपरेशन सिंदूर क्या है
    भारत द्वारा सीमा पर शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए चलाया गया सैन्य अभियान है।
  2. कर्नल सोफिया कुरैशी कौन हैं
    भारतीय सेना की सीनियर अधिकारी, जिन्होंने 2016 में पहली बार विदेशी सैन्य अभ्यास में भारत का नेतृत्व किया।
  3. विंग कमांडर व्योमिका सिंह कौन हैं
    भारतीय वायुसेना की महिला अधिकारी, जो ऑपरेशन सिंदूर की प्रेस ब्रीफिंग में शामिल हुईं।
  4. क्या यह पहली बार है जब महिलाओं ने सैन्य प्रेस ब्रीफिंग की
    हां, पहली बार दो महिला अधिकारियों ने मिलकर राष्ट्रीय सुरक्षा पर मीडिया को जानकारी दी।
  5. क्या इसका असर शेयर बाजार पर पड़ेगा
    हां, रक्षा क्षेत्र के शेयरों में हलचल हो सकती है, निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए।

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